top of page

4 Steps to Reprogram your Subconscious Mind.


जीतने वालों को मेरा सलाम!


Dr. Joe Dispenza कहते हैं California की पाश्चात्य संस्कृति में, मैं विचित्र नौजवान था। Accident से पहले मैं हर दिन 3 घंटे योग करता और उससे पहले में martial arts करता था। साथ में, Subconscious mind के बारे में सालों से पढ़ते आ रहा था।


वे कहते हैं कि मुझे 20 साल की छोटी उम्र से इस बात का अहसास होने लगा था कि जो दुनिया हम देख रहे हैं वो सब Imagination है, हमारे मानसिक चित्रों की बनाई दुनिया है। Dr. Joe कहते हैं कि 1986 के उस accident के बाद मेरा विश्वास दृढ़ता में बदल गया।


Fateful Accident


हुआ यूँ कि मैं cycle चला रहा था triathlon race में तब सनसनाती हुई SUV ने पीछे से टक्कर मारी। मैं 15 ft. ऊपर उछला, फिर काफी तेजी से पीठ के बल नीच गिरा। गिरने में इतना force था कि मेरी spinal cord के कुछ हिस्से पापड़ की तरह पिचक गए थे। Doctors ने कह दिया था कि आपके पास सर्जरी के अलावा कोई चारा नहीं है और शायद इसके बाद भी आपकी जिंदगी wheel chair पर ही गुजरे।


Dr. Joe कहते हैं कि अगर कोई और होता तो मैं उसे खुद Chiropractor होने के नाते surgery की सलाह देता, लेकिन मैंने निश्चय किया कि मैं surgery नहीं कराऊंगा। मेरा मानना था कि हमारे अन्दर एक Intelligence है जो इस शरीर को बनाती और चलाती है। मुझे मन की शक्ति पर भरोसा था, लेकिन मैं ये नहीं जानता था कि ये किस हद तक काम कर सकती है।


Standstill


Dr. Joe कहते हैं कि ये वो समय था जब मेरी जिंदगी एक जगह पर आकर रुक गई थी। चोट के कारण मैं बिस्तर पर पूरे दिन उल्टा लेटे रहता। पीठ और शरीर का बड़ा हिस्सा सुन्न था। मुझे नहीं पता था कि मैं कैसे ठीक होऊंगा, लेकिन मेरे पास एक rough plan था। मैंने निश्चय किया कि मैं एक स्वस्थ spine की clear picture अपने दिमाग में बनाऊंगा और उसे higher intelligence, यानी subconscious mind को समर्पित कर दूंगा।


मैंने 6 हफ्ते ऐसा करने की कोशिश की। आँखें बंद करके देखता कि मैं एक छोटा सा mason कारीगर हूँ और एक कलाकार की तरह cement से एक विशाल और स्वस्थ spine का निर्माण करता जा रहा हूँ।


Troubles of the Mind


Dr. Joe कहते हैं एक अड़चन थी, ऐसा करने में मुझे घंटों लग रहे थे। मेरा ध्यान और कल्पना बार-बार टूट रही थी क्योंकि मेरा मन एक जगह नहीं टिक रहा था। मन में बार-बार संदेह उठते थे कि अगर पूरी जिंदगी wheel chair पर निकली तो मेरे career का क्या होगा? क्या मुझे अपना घर और clinic बेचना पड़ेगा? Dr. Joe साहब कहते हैं कि ये हालात बिगड़ते चले गए क्योंकि जब आप संकट में होते हो तो मन आपके छिपे हुए डरो पर focus करता है। आप उन बातों के बारे में सोचते हो जो आप नहीं चाहते। लेकिन किसी तरह Dr. Joe ने अभ्यास जारी रखा


Breakthrough


Dr. Joe कहते हैं कि 6- 6.5[साढ़े] हफ़्तों में कुछ हुआ। अचानक negative विचार आना कम हो गए। जो visualization practice करने में मुझे 3-4 घंटे लगते थे, वो मैं 45 min में करने लगा। शरीर बड़ी तेजी से recover होने लगा। मैंने देखा कि जो भी मैं अपने मन में कल्पना कर रहा हूँ, जो भी विचार और भावना को बार-बार महसूस कर रहा हूँ, उसका सीधा असर शरीर पर हो रहा था। शरीर के सुन्न हिस्से काम करने लगे।


उस समय मैंने निश्चय किया कि अगर मैं दोबारा खड़ा हो सका, तो जो भी मैं सीख रहा हूँ और खोज रहा हूँ, उसको जानने और सीखने में अपना जीवन लगा दूंगा। 10 वे हफ्ते- मैं चलने फिरने लगा और 12वे हफ्ते में दर्द कम हो गया और मैं office जाने लगा। Dr. Joe कहते हैं उसके बाद से आज तक spinal cord से जुड़ा मुझे कोई दर्द नहीं हुआ।


उसके बाद मैंने research करना शुरू कर दी कि ये मेरा साथ कैसे हुआ? Dr. Joe ने mind-body connections के बारे में पढ़ना शुरू कर दिया और पाया कि medical science में इस पर ज्यादा research नहीं है। फिर Dr. Joe ने Epigenetics, Neuroplasticity और Quantum Model of Reality के बारे में जानना शुरू किया। Dr. Joe ने ऐसे कई लोगों के interview लिए जिन्होंने बढ़ती हुई बीमारियों और तकलीफों से अचानक और अप्रत्याशित रूप से छुटकारा पाया। Dr. Joe कहते हैं कि इन लोगों में हमने 4 common factors पाए:


1.Higher Intelligence

ये लोग मानते थे कि शरीर और मन से बढ़ कर कोई Intelligence है जो उनके अन्दर है या जिससे ये लोग जुड़े हुए हैं। ये intelligence उनकी healing में या improvement में सहायक है। कोई उसे God कहता है, कोई Subconscious Mind या कोई Universe।


2.Responsibility of Attention


किसी न किसी level पर ये लोग मानते थे कि जो भी बीमारी या हालात हैं, किसी न किसी रूप में वे खुद इसके लिए जिम्मेदार हैं। जैसे एक महिला के पति accident में गुज़र गए जिसका दोष वो खुद को देती रहीं। अगले 10 साल उन्होंने regret और stress में अपना समय निकाला, जिस कारण उनके पूरे शरीर में छाले हो गए और skin Cancer जैसे लक्षण दिखने लगे।


जब उस महिला को अहसास हुआ कि इन सब के पीछे मेरे negative विचार और stress का हाथ है तो वे सचेत हो गई। उन्होंने बेकाम की विचारों की cycle और overthinking को बदलना शुरू किया।


Dr. Joe कहते हैं कि ये बहुत कठिन काम है क्योंकि मन का दूसरा नाम ही Movement है। हमारा ध्यान इधर से उधर होता रहता है। आपको अपनी सोच के बारे में सचेत रहना पड़ता है और अपने विचार, Emotions और Behavior की जिम्मेदारी लेनी पड़ती है। ये इन लोगों ने कैसे किया? यही अगला common factor भी है।



3. Reinvent from Future


अपनी परेशानियों और शिकायतों में जीने की बजाए, ये लोग सोचने लगे कि अगर किसी तरह मुझे नया जीवन बनाने का मौका मिले तो मैं किस तरह का इंसान बनना चाहूँगा? मैं किस तरह की भावनाएं महसूस करना चाहूँगा? मेरा स्वभाव कैसा होगा?


Neuroscience में एक concept है Mental Rehearsal. जब आप पूरी एकाग्रता से आँखें बंद करके एक Action को plan करते हो, या किसी emotion या feeling को अपने अन्दर महसूस करते हो, या अपने भविष्य को देखते हो, अगर इस समय आप पूरी तरह focused हैं, तो आपका दिमाग अंतर नहीं कर पाएगा कि mental image कौन सी है और असलियत में क्या हो रहा है।


यानी जो भी mental image आप बनाते हो, इसे brain असलियत के रूप में अनुभव करता है, जिससे नए neural connection बनते हैं, यानी आपके दिमाग की neural wiring बदलती है। ये दिमाग के बदलाव वो platform है जहां बदलाव आना शुरू होते हैं, और आप पुरानी मानसिक आदतों और emotions की cycle से बाहर निकल सकते हो।


4. Gratitude


जब ऐसा हुआ तो ये लोग बिना किसी बात के शांति, आनंद, और gratitude महसूस करने लगे, यानी इनकी खुशी इनके external environment पर निर्भर नहीं करती थी। ये लोग परेशानियों के बावजूद, यानी बदलाव आने से पहले ही, उसके results यानी शांति, संतुष्टि, धन्यवाद और आनंद को महसूस करने लगे थे। Dr. Joe कहते हैं कि Gratitude is the Ultimate state of Receiving. जब आपको अंदर से आनंद और खुशी महसूस होती है, तो शरीर और मन को सन्देश जाता है कि आप अपनी परेशानी से मुक्त हो चुके हो, और मन और शरीर उसी तरह का बर्ताव करने लगता है। लोग पूरे उत्साह से अपने लक्ष्य के प्रति काम करने लगते हैं।



दोस्तों, summarize में , मै कुछ गहरी छिपे हुई बातें आपके सामने रखना चाहूँगा:

1.Attention is your Responsibility


जब आप स्वीकार करते हो कि जी हाँ, ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं किन विचारों और Emotions पर ध्यान दे रहा हूँ, तब ये जिम्मेदारी -> शक्ति में बदल जाती है। मैं जिस जीवन के जिस आयाम पर ध्यान लगाऊंगा, वो बढ़ता जाएगा। ये अहसास होना हमारे mind को program करने की पहली सीढ़ी है।


2. Emotions and Experience


सकारात्मक भावनाएं महसूस करना, अपने Goal से Emotionally जुड़ना, वो स्थिति है जहां से बदलाव आना शुरू होते हैं। हमारा दिमाग mental images और reality में अंतर नहीं कर सकता। जो भी हम पूरे focus से visualize करते हैं, जो भी feelings हम शरीर में बार-बार महसूस करने लगते हैं, दिमाग सच में वैसा ही program होने लगता है। Neural wiring में बदलाव साबित करते हैं कि Mental Rehearsal और Visualization काम करते हैं।


3.Doubt & Worry = Past


जब भी आप past feelings से निकलने की कोशिश करते हो, तो Self-Doubt और चिंताएं अनेक रूपों में परेशान करती हैं, क्योंकि मन नहीं चाहता आप इसकी परछाई से बाहर निकलो और स्वयं का असीमित रूप पहचानो। इसलिए आपके पास कुछ न कुछ अभ्यास होना जरूरी है (Visualization/Meditation/ Breathing Practice/ Writing), जिसके सहारे आप इस ज्वार भाटे में डटे रहो।


4. Signs of Success


संकट का मतलब है अपने मन पर काबू न होना। जब हम दुखी या परेशान होते हैं, तो कुछ विचार हमको बार-बार परेशान करते हैं। इसका दूसरा पहलू भी है अगर हम failures को personally नहीं लेते चिंताओं को सीने से चिपकाए नहीं रहते, तो आप निकट भविष्य में जरूर सफल होंगे। क्योंकि सफलता कुछ नहीं बस आपके Subconscious Mental State का reflection है। जैसा आप अकसर सोचते हो, जैसा आप इस समय महसूस कर रहे हो, वैसा आपका वर्तमान बनता जा रहा है।

 

 

 

 


 

Recent Posts

See All

Conquer Tough Goals : 5 Minute Secret Visualization

खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम! इस blog में हम ऐसी Research based और Scientific Visualization technique पढ़ेंगे जो Long term Goals के...

bottom of page