खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम !
मैं सिर्फ 21 साल का था जब मुझे factory से भगा दिया गया। मुझे इतना भी पढ़ना-लिखना नहीं आता था कि factory में Machine operator का काम मिल जाए। Brian Tracy कहते हैं कि जवानी में मेरे अन्दर ये प्रश्न प्रकट हुआ कि क्यों कुछ लोग भारी कमियों के बावजूद सफल हो जाते हैं? और क्यों कुछ लोग सब कुछ होते हुए भी पीछे रह जाते हैं?
Brian Tracy कहते हैं इस एक सवाल ने मेरा जीवन बदल दिया। 20 साल बाद मैंने 65 car dealerships खोलीं और उस समय 200 करोड़ का व्यापार किया। उसके बाद real estate में काम किया। एक समय मैं 8 कंपनियों का मालिक था। Brian Tracy कहते हैं कि पैसे की किल्लत के कारण मुझे जल्दी ही स्कूल छोड़ना पड़ा। मेरे पास न कोई skill थी, न कोई technical knowledge। मैं factory में काम मांगने गया तो मुझे बोला, "अरे अनपढ़! तू मशीन चलाने लायक भी नहीं है।" Brian Tracy कहते हैं कि मेरा कोई भविष्य नहीं था। मैंने कई सालों तक मजदूरी की। फिर Hotels और Factories में काम किया। जैसे-जैसे मैंने दुनिया देखी, मैं खुद से पूछने लगा,
"दुनिया में कुछ लोग, दूसरों से सफल क्यों हैं ?"
इस सवाल ने मुझे सोने नहीं दिया। सफलता और उपलब्धि पर मैंने कई सौ किताबें और Articles पढ़े। जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे मुझे समझ आने लगा कि सफलता के सिद्धांतों पर पिछले 2,000 सालों से चर्चा हो रही है। सिद्धांत बहुत स्पष्ट हैं, लेकिन कुछ लोगों को ये राज कभी समझ नहीं आएंगे, क्योंकि वे सफलता चाहते ही नहीं। इन सिद्धांत में से एक खास है:
Self-Discipline
जिस पर हर देश-काल के दार्शनिक, शिक्षक और विशेषज्ञ सहमत हैं। Definition Self-Discipline का मतलब है बहानों के आकर्षण से बचना। लगातार सफल होने के लिए आपको Self-Discipline चाहिए।
Self-Discipline के 2 बड़े दुश्मन हैं:
Shortcut यानी Path of Least Resistance सीखने की जगह, बेहतर करने की जगह, हर स्थिति में shortcut का प्रयोग करना, कष्ट से भागना, और shortcut का बिगड़ा हुआ रूप है:
Expediency Factor यानी कुछ भी करके Result हासिल करना, चाहे उसे लिए चोरी, धोखा-धड़ी कुछ भी करना पड़े। जो लोग Shortcut का इस्तेमाल करने लगते हैं, Career में आगे जा के, उन्हें बेईमानी करने में हिचक नहीं होती।
Brian Tracy कहते हैं कि अपने जीवन में Self-Discipline कैसे पैदा करेंगे?
Principle 1: लगातार खुद से ज्यादा की उम्मीद करो!
संघर्ष में टिके रहने की उम्मीद करो! Brian Tracy कहते हैं, कि पूरी जिन्दगी, मैं हर रात 1 घंटे और हर सुबह 1 घंटे पढ़ता। हर हफ्ते के अंत में पूछता, कि मैं कैसे बेहतर कर सकता हूँ? क्योंकि मुझे खुद से बेहतर की उम्मीद थी।
Brain कहते हैं, कि मैंने पहले Sales में महारत हासिल की। काम के साथ पढ़ाई जारी रखी, और 35 साल की उम्र में MBA किया। इसके बाद मैंने Canada में Car import करना शुरू किया। देश में 65 dealerships बनाई, और आज से 50 साल पहले 200 करोड़ की गाड़ियाँ बेचीं। मेरा विश्वास कीजिये, मुझे car industry के बारे में कोई खास जानकारी नहीं थी, लेकिन मेरे पास Self-Discipline और दृढ़ निश्चय था, जिसकी मदद से मुझे जो सीखने की जरूरत पड़ती, मैं वो सीखता जाता।
फिर मैंने Real Estate में जाने का फैसला किया। मेरे पास कोई अनुभव नहीं था। मैंने कई 100 घंटे खर्च किये Real Estate industry को समझने में, कई experts से बात की। इसके बाद मैंने कई shopping center, parks, Offices और buildings बनाकर Business को पूरे देश में फैलाया। लोग मेरी सफलता को देखकर सोचते थे कि मैं बहुत lucky हूँ। वे सही थे, मुझे जीवन में बहुत जल्दी ही Self-Discipline की कीमत समझ आ गई। अपने जीवन में Self-discipline उतारने का दूसरा तरीका है:
Principle 2, Study very Closely
Study very Closely Law of Concentration कहता है, कि जिस चीज के बारे में आप बार-बार सोचते हो, जिस चीज को आप बहुत नजदीकी से महसूस करते हो, वो आपके जीवन में आगे बढ़ने लगती है। आपको क्या करना चाहिए?? Self-Discipline के ऊपर हर दिन 15 min पढ़िए। उन लोगों की कहानी और research जानिए, उन्हें नजदीकी से समझिये, जिन्होंने Self-Discipline को पूरी तरह जिया है। इसके लिए, आप ये 3 किताबें से शुरू कर सकते हो:
The Psychology of Winning
The Practicing Mind
Discipline Equals Freedom
हर दिन इस बारे में पढ़ने से, धीरे-धीरे ये values हमारे subconscious में program होती हैं, और जैसी आपकी value है, वैसा ही आप बर्ताव करने लगते हैं। अगला बहुत जरूरी principle:
Principle 3: Discipline of GOAL writing
मेरे student ने Discipline of GOAL writing पर बहुत दिलचस्प कहानी सुनाई। ये principle बहुत ताकतवर है। 35 साल की उम्र में Student car salesman था, करियर में अटका हुआ था। वो commission पर काम कर रहा था, उसे salary भी नहीं मिलती थी। फिर Self-Discipline पर class attend करने के बाद, Student अपने अंदर छोटा सा बदलाव लाया।
वो हर दिन daily goals लिखने लगा। एक हफ्ता अच्छा गया, तो उसने long term goal लिखना शुरू कर दिया। हर दिन long term goal लिखता, कि मैं एक multinational company में Sales director हूँ। धीरे-धीरे इस goal के साथ वो plan के 3 steps भी लिखने लगा। धीरे-धीरे plans के steps पर काम करने लगा। हर दिन long term goal और plan लिखता, और हर दिन एक step पर काम करता।
11 साल बाद, Student एक Multinational Company में partner था। वो कहता है 35 साल की उम्र में, न मेरे पास ऐसा mental state था, न अनुभव था, न industry की जानकारी, कि मैं सोच भी सकूं, कि मैं एक दिन किसी company में partner बन जाऊँगा। लेकिन हर दिन अपने हाथों से, Diary में long term goal और plan लिखने से, मेरे अंतर्मन में उस goal को स्वीकार कर लिया, और मैंने अपने आप हर वो काम किया, जो मुझे goal पूरा करने के लिए चाहिए था।
Brian Tracy कहते हैं, कि ये है Self-Discipline की ताकत। जब आप हर दिन लगातार अपने Goal के बारे में सोचते हो, उसे paper पर लिखते हो, तो आप उस goal के लिए ज्यादा से ज्यादा mental resources एक जगह केन्द्रित करने लगते हो, और जैसे ही ये होता है, वैसे ही आप Goal की तरफ पूरी गति से आगे बढ़ने लगते हो।
Brian Tracy कहते हैं, कि Self-Discipline पैदा करने के लिए एक काम करो: Practice एक spiral notebook ले कर आओ। हर दिन सुबह काम शुरू करने से पहले, दौड़-भाग शुरू करने से पहले:
👉 जीवन के सबसे प्रमुख goals Present tense में लिखो।
👉 लिखते समय ये बिलकुल मत देखो कि कल क्या लिखा था? साथ में हर दिन खुद से सवाल पूछो:
👉 क्या मैं सच में... ये goals पूरे करना चाहता हूँ? जो सच में करना चाहते हो वो लिखो।
ऐसे बार-बार लिखने से आपकी बुद्धि train होती है, जो आपके मन को दिशा देती है। बुद्धि के train होने से आपको लगातार goal पूरा करने के अवसर दिखने लगते हैं। आप लगातार उसके बारे में सोचते रहते हैं। हर दिन, हर काम....लक्ष्य की यात्रा का हिस्सा बन जाता है। Brian Tracy कहते हैं, कि सफलता की संभावना 100 गुना बढ़ जाती है। आखिरी principle है:
Principle 4: Crowding Out Principle
जब आप हर दिन high value वाले task करेंगे, तो अपने आप low value task के लिए समय नहीं बचता Brian Tracy कहते हैं, कि मैंने 40 वर्षों के अध्ययन में देखा है, कि सफल व्यक्ति हर समय high value कार्यों पर काम करते हैं, और असफल व्यक्ति low value वाले काम करके कीमती समय बर्बाद करते हैं।
हिम्मत ~ हरकत ~ होशियारी हम जीतेंगे !