जीतने वालों को मेरा सलाम!
आज से करीबन 120 साल पहले 8 Jan, सन 1900 को Swami ने Los Angeles में अद्भुत विस्मयकारी lecture दिया था जिसका नाम दिया गया The Powers of Mind।
Swami जी कहते हैं कि विश्व के विभिन्न प्रान्तों और संस्कृतियों में supernatural में विश्वास किया जाता है। खैर ये सब मैंने व्यक्तिगत तौर पर होते हुए देखा। मैं आपको कुछ facts और सच्चाई अपने अनुभव से बताता हूँ
Meeting with Supernatural Powers
मैंने एक बार एक आदमी के बारे में सुना जो आपके मन की बात पढ़ सकता था और आपके भविष्य के बारे में बता सकता था। Swami जी कहते हैं कि मैं अपने दोस्तों के साथ उस आदमी से मिलने गया। हमसे कुछ गलती न हो इसलिए हमने अपने सवाल पहले ही paper पर लिख लिए। वहां जाते ही उस आदमी ने हमें देखा और हमारे सवाल हमारे सामने दोहरा दिए। Swami जी कहते हैं कि फिर उसने एक paper पर कुछ लिखा और मुझे fold करके दिया और बोला इसे खोलना मत बस पीछे 'sign' करके अपनी जेब में रख लो।
थोड़ी देर बाद बोला कि अब किसी भी भाषा में कुछ भी विचार या कविता सोचो। Swami जी कहते हैं कि उस आदमी को देख कर लगता था कि संस्कृत से इसका परिचय नहीं होगा, इसलिए मैंने संस्कृत में एक लम्बा श्लोक सोचा। उस व्यक्ति ने बोला कि अब वो paper बाहर निकालो। उस paper पर वही श्लोक लिखा था।
Swami जी कहते हैं कि मेरे मित्रों के साथ भी ऐसा ही हुआ। कुछ दिनों बाद हम उसके पास दोबारा गए ये सोच कर कि शायद पिछली बार इस कथित व्यक्ति ने हमको किसी प्रकार चकमा दे दिया था, लेकिन फिर वो आदमी सही साबित हुआ। Swami जी कहते हैं कि ऐसा एक वाक्या नहीं है। एक बार मैं Hyderabad में था। वहां एक सज्जन सम्मानित व्यापारी थे, जो हवा में से कई प्रकार की चीज़ें प्रकट कर सकते थे।
Swami जी कहते हैं कि एक बार ऐसा संयोग बना कि उन्हें मुझ से कुछ काम था, वो मुझ से मिलने आए। मैंने कहा लेकिन आपको अपनी tricks दिखानी होंगी। एक कमरे में हम करीबन 25 लोग थे और वो बहुत ही कम कपड़ों यानी लंगोटी (कौपीन) में आकर बैठे। हमने उन्हें विचित्र विदेशी फलों के नाम लिख कर दिए जो उस समय और जगह मिलना असंभव थे। उन्होंने ठीक हमारी आँखों के सामने फलों का सब ढेर लगा दिया। हम लोगों को लगा कि ये Hypnotism है तो उस सज्जन ने हमें फल खाने को बोला और हम सबने फल खाए।
ऐसी ही कई चीज़ों को उन्होंने हमारे सामने प्रकट किया। जब मैंने उससे पूछा ये सब कैसे? तो उन्होंने कहा ये हाथ की सफाई है, लेकिन मैं जानता था कि ये मन और concentration की ताकत है। It is all Power of the Mind. Swami जी कहते हैं कि जैसे-जैसे civilization बढ़ती हैं, population density बढ़ती है, physical और material sciences यानी भौतिक विज्ञान बढ़ता है, वैसे psychic powers और sciences खत्म होने लगती हैं।
This is Science
भारत में सब तथ्यों को पढ़ा गया और experiments किए और पाया कि ये अद्भुत और आश्चर्यजनक तो हैं लेकिन natural हैं। जैसे शरीर और physical objects gravity, friction आदि laws के अन्दर काम करते हैं, वैसे ये सब भी कुछ laws के अन्दर काम करते हैं। ये सारी शक्तियां पढ़ी, सीखी और अभ्यास की जा सकती हैं। बाद में इस विद्या को राज योग कहा गया। समझने वाली बात ये है कि इन सब विद्याओं के अंत में पाया गया कि सारी extraordinary powers, [अभूतपूर्व क्षमताएं] इंसान के मन में बसती हैं।
Universal Mind
असल में मन से एक अलग individual या अकेला नहीं है। सारे मन एक दूसरे से जुड़े हैं। आपका mind और मेरा mind एक बड़े universal mind से connected हैं और एक मन जो ब्रह्मांड के किसी भी कोने में स्थित है, वो हमेशा Universal Mind से जुड़ा हुआ है।
|“Each mind, wherever it is located, is in actual communication with the Universal Mind”
Thought Transference
Swami जी कहते हैं कि शायद आपने Thought Transference के बारे में सुना हो। एक इंसान इधर एक specific विचार सोचता है और तत्काल दूसरा मन वही विचार को receive कर लेता है। Swami जी कहते हैं ये coincidence की बात नहीं, बल्कि ऐसा अभ्यास से किया जा सकता। वे आगे कहते हैं कि सामान्य मामलों में मेरे विचार सीधे आप तक नहीं पहुँचते। पहले विचारों ethereal vibrations में घुल जाते हैं और vibrations आपके मन में वही विचार प्रकट कर देते हैं। यहाँ विचार vibration में घुलता है और वहां vibration से प्रकट हो जाता है।
Lecture में ये सारी बातें Swami Vivekananda इसलिए बताते हैं कि Yogi सही कहते हैं कि Mind Universal है। मेरा मन, आपका मन, हम सबका मन बड़े समुद्र में छोटी-छोटी, असंख्य लहरे जैसे हैं। और इसी connection के कारण हम लोग बिन बोले भी एक दूसरे का दर्द समझ पाते हैं, अनकही बातें समझ पाते हैं।
और ये Mind to Mind Communication हमेशा चालू रहता है।
हमारी energy का एक हिस्सा शरीर की रक्षा और लालन-पालन में लगता है और energy का दूसरा हिस्सा बाकी सबसे communication के रूप में खर्च हो जाता है।
Every particle of our energy is day and night being used in influencing other mind.
हमारा मन और शरीर 24 घंटे, दिन और रात, शब्द, विचार, intellect और spirit या vibration के रूप में लगातार एक दूसरे से communicate करते रहते हैं। इसलिए आप किस के साथ रहते हैं इसका बहुत असर पड़ता है। Swami जी कहते हैं कि ये communication हमेशा होता है। एक आदमी आपके सामने भाषण देने के लिए आया, बहुत पढ़ा लिखा है, बहुत सुन्दर शब्दों का इस्तेमाल करता है, लेकिन आप उससे प्रभावित नहीं होते। वहीं एक इंसान आता है जो कम बोलता है, जिसे वाक्य टूटे-फूटे हैं, grammar सही नहीं है, लेकिन फिर भी वो आपका दिल जीत लेता है।
Swami जी कहते हैं कि बोले गए विचार, शब्द या intellect केवल [एक तिहाई] - 1/3 impression पैदा करते हैं और [दो तिहाई] 2/3 impression आपकी energy से पैदा होते हैं। इस 2/3 impression को Personal Magnetism या personality कहते हैं।
Personal Magnetism
जितने भी सफल leaders होते हैं, वो इसी energy और personality की शक्ति रखते हैं और लोगों की यही शक्ति हमें छूती है और प्रेरित करती है। Swami जी कहते हैं कि education का असली लक्ष्य personality building यानी आंतरिक शक्ति का निर्माण होना चाहिए। लेकिन हम लोग बाहर polish करने की कोशिश कर रहे हैं।
सारी training का उद्देश्य होना चाहिए कि इंसान अंदर से विकसित हो, ऐसा इंसान अपनी personal power की दम पर अपने साथ कई लोगों को चला सकता है। और जब ऐसा इंसान पूरी तरह तैयार होता है तो वो जो चाहे वो लक्ष्य पूरे कर सकता है, उसके प्रभाव से आस-पास सारी चीज़ें काम करने लगती हैं।
योग कहता है कि इसके यम, नियम और अभ्यास से आप personal power को जगा सकते हैं और इसका application केवल अध्यात्मिक जीवन में ही नहीं बल्कि परिवार, business हर जगह है। Three Dimensions क्योंकि physical, mental और spiritual, ये तीन अलग दुनिया नहीं हैं बल्कि इनकी Tapering existence है यानी एक खत्म होते-होते दूसरा शुरू हो जाती है। सबसे भारी या gross है शरीर या physical dimension, उससे सूक्ष्म मन या mental dimension और उससे सूक्ष्म spiritual dimension।
जैसे पत्थर, vibration और space तीनों एक साथ, एक जगह, एक समय मौजूद हैं, वैसे ही physical, mental और spiritual dimensions एक साथ मौजूद हैं।
"Source of Great Power" शक्ति है जो सब कुछ चलाती है, वो सबसे सूक्ष्म dimension से प्रकट होती है। विचार, energy, emotions और actions तो effects हैं।
Swami जी कहते हैं कि जब हम किसी आदमी को बड़ा वज़न उठाते हुए देखते हैं तो उसकी muscles दिखती हैं और हम को लगता है कि muscles में कितनी दम है। असल में नाड़ियां हैं जो muscles को शक्ति देती हैं। ये नाड़ियाँ nerves से भी सूक्ष्म हैं। अगर एक muscle से जुड़ी नाड़ी का प्रवाह रोक दिया जाए तो muscles काम नहीं कर सकती। और ये नाड़ियां भी किसी सूक्ष्म dimension से शक्ति प्राप्त करती हैं। वो है mental dimension, विचार, thought या और विचार भी अपने से सूक्ष्म source से शक्ति पाते हैं।
Swami जी कहते हैं कि सूक्ष्म में शक्ति है। अगर किसी awareness, चेतना या विज्ञान से हम इन सूक्ष्म dimensions को समझ सकें, तो हम इनके effects को control कर सकते हैं। लेकिन हम अपने विचारों के प्रति तभी aware होते हैं जब वो काफी बढ़ जाते हैं, बड़ा momentum प्राप्त कर लेते हैं और फिर हम लोग शिकायत करते हैं कि हमारे मन और action पर कोई control नहीं है।
How to Control Mind
Swami जी कहते हैं कि अगर हम विचार को उसकी जड़ या source पर रोक लें, या वही उसके प्रति aware हो जाएं जिससे पहले कि वो विचार और action बने, तो हम अपने thoughts और actions पर control कर सकते हैं। Swami जी कहते हैं कि अगर आपके मन में शिकायत, चिंता, जलन जैसे विचार हैं, तो आपके लिए अपने मन को शांत करना, एक जगह focus करना या ध्यान लगाना असंभव काम है। इसलिए योग में purity morality का बहुत महत्व है।
इस lecture के अंत में Swami Vivekananda कहते हैं कि अपने मन के बारे में जानना यानी अध्यात्म आसान काम नहीं है क्योंकि जैसे ही मन पर ध्यान केन्द्रित करें ये खिसक कर निकल जाता है। फिर भी ऐसा किया जा सकता है, इसके अनंत फायदे हैं।
Summary
Swami जी lecture में सबसे पहले supernatural की बात करते हैं लेकिन वो आखिर में बताते हैं कि super भी natural है क्योंकि ये भी कुछ नियमों के हिसाब से चलता है। It is all Power of the Mind।
Raja Yoga जैसे विज्ञान भी यही निष्कर्ष निकालते हैं कि सारी extraordinary powers, [अभूतपूर्व क्षमताएं] मनुष्य की आत्मा और मन में बसती हैं। मन एक अलग individual या अकेला नहीं है, सारे मन एक दूसरे से जुड़े हैं, जिसको योगी कहते हैं Universal Mind।
असली शक्ति Spiritual Dimension में छिपी हैं। Spirit is the real source। आत्म से मन चलता और मन से शरीर।
इस source तक कैसे पहुंचे? अगर आप विचार को उसके source पर रोक लें या aware हो जाएं तो आप अपने मन और action को control कर लेंगे। ये आसान काम नहीं है लेकिन इसको सीखने के फायदे अनंत हैं। हम जीतेंगे !